सतरंगी होली की हार्दिक शुभकामनाएँ
स्नेह के रंग
पकवानों के संग
खेलंगे हम |
प्रेम के रंग
रंग दे अंतर्मन
खिले सुमन |
मेरे मोहन
रंग दे तनमन
रंगेज बन |
कोरा था उर
मिलकर तुमसे
हुआ रंगीन |
फाग उत्सव
राधा गोपियों संग
श्याम मगन |
रंग अंतस
तेरी छवि बसा ली
बांकेबिहारी |
राधा ने मारी
नैनो की पिचकारी
रंगे मोहन |
ली अंगडाई
फागुन रुत आई
धरा लजाई |
रंग गुलाल
लगा गौरी के गाल
कर धमाल |
फुल तितली
रंग भरी जिंदगी
हवा महकी |
गुलाबी भोर
गुलमोहर संग
टेसू महके
रंग हैं लाल
रक्त हैं या गुलाल
रखना ख्याल |
फागुन गाये
प्रभात संग पंछी
सुर मिलाये |
अम्बर रूठा
धरा खेले ना होली
फागुन झूठा |
इन्द्रधनुषी
टेसू रंग बिखेरे
अवनि रंगी |
प्रीत की पाती
टेसू रंग से लिखी
पिया के नाम |
स्वप्न थे छिन्न
रंगों में थी उदासी
होली के दिन |
जीतेन्द्र "नील"
स्नेह के रंग
पकवानों के संग
खेलंगे हम |
प्रेम के रंग
रंग दे अंतर्मन
खिले सुमन |
मेरे मोहन
रंग दे तनमन
रंगेज बन |
कोरा था उर
मिलकर तुमसे
हुआ रंगीन |
फाग उत्सव
राधा गोपियों संग
श्याम मगन |
रंग अंतस
तेरी छवि बसा ली
बांकेबिहारी |
राधा ने मारी
नैनो की पिचकारी
रंगे मोहन |
ली अंगडाई
फागुन रुत आई
धरा लजाई |
रंग गुलाल
लगा गौरी के गाल
कर धमाल |
फुल तितली
रंग भरी जिंदगी
हवा महकी |
गुलाबी भोर
गुलमोहर संग
टेसू महके
रंग हैं लाल
रक्त हैं या गुलाल
रखना ख्याल |
फागुन गाये
प्रभात संग पंछी
सुर मिलाये |
अम्बर रूठा
धरा खेले ना होली
फागुन झूठा |
इन्द्रधनुषी
टेसू रंग बिखेरे
अवनि रंगी |
प्रीत की पाती
टेसू रंग से लिखी
पिया के नाम |
स्वप्न थे छिन्न
रंगों में थी उदासी
होली के दिन |
जीतेन्द्र "नील"